नैनीताल : आयुक्त दीपक रावत ने कहा — उत्तराखण्ड बनेगा “इकोलॉजिकल, स्पिरिचुअल और ऑर्गेनिक फार्मिंग कैपिटल”

नैनीताल न्यूज़ :- उत्तराखण्ड राज्य स्थापना की 25वीं वर्षगांठ “रजत जयंती” के अवसर पर नैनीताल के फ्लैट मैदान में भव्य समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कुमाऊँ आयुक्त दीपक रावत, नगर पालिका अध्यक्ष सरस्वती खेतवाल, जिलाधिकारी ललित मोहन रयाल एवं राज्य आंदोलनकारियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।

इस अवसर पर राज्य आंदोलनकारियों एवं सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले व्यक्तियों को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए आयुक्त दीपक रावत ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व का क्षण है कि उत्तराखण्ड राज्य अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण कर रजत जयंती मना रहा है। उन्होंने कहा कि बीते वर्षों में राज्य ने शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, उद्योग, आधारभूत ढांचा और सुशासन के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है।

आयुक्त ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य की स्थापना के लिए आंदोलनकारियों ने लंबे संघर्ष के साथ अपने प्राणों की आहुति दी। उन्हीं के बलिदान का परिणाम है कि आज हम इस राज्य की 25वीं वर्षगांठ मना पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह अवसर आत्ममंथन का भी है — हमें यह देखना होगा कि अब तक क्या उपलब्धियां हासिल हुईं और भविष्य में किन क्षेत्रों में और सुधार की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि राज्य में इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास तीव्र गति से हो रहा है। कैलाश मानसरोवर यात्रा मार्ग अब लिपुलेख तक सड़क से जुड़ चुका है, पिथौरागढ़ एयर कनेक्टिविटी प्रारंभ हो चुकी है, मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा संचालित है, जबकि पंतनगर एयरपोर्ट से उच्च क्षमता की उड़ानें शीघ्र शुरू होने जा रही हैं। जमरानी बांध परियोजना निर्माणाधीन है तथा किच्छा में औद्योगिक आस्थान विकसित किया जा रहा है।

आयुक्त ने तीव्र शहरीकरण के चलते उत्पन्न सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट जैसी चुनौतियों के समाधान हेतु सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही कहा कि “माननीय मुख्यमंत्री सदैव यह बात दोहराते हैं कि इकोलॉजी और इकोनॉमी का संतुलन बनाए रखना आवश्यक है।” उन्होंने कहा कि राज्य में लागू भू-कानून से सुव्यवस्थित योजना और दीर्घकालिक विकास को दिशा मिलेगी।

आयुक्त ने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले वर्षों में उत्तराखण्ड “इकोलॉजिकल कैपिटल, स्पिरिचुअल कैपिटल और ऑर्गेनिक फार्मिंग की कैपिटल” के रूप में स्थापित होगा।

कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष सरस्वती खेतवाल ने राज्य आंदोलन के दौरान हुए संघर्षों को याद करते हुए कहा कि बीते 25 वर्षों में राज्य और जिले ने उल्लेखनीय विकास किया है। उन्होंने समाज में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त करते हुए इसे समाप्त करने के लिए सामूहिक प्रयास की अपील की।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ललित मोहन रयाल ने कहा कि उत्तराखण्ड ने बीते 25 वर्षों में संघर्ष, संकल्प और सृजनशीलता के बल पर निरंतर प्रगति की है। राज्य की आर्थिक विकास दर चार गुना बढ़ी है, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है, वहीं राज्य की औसत आयु 71 वर्ष तक पहुँची है जो राष्ट्रीय औसत से अधिक है। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में भी उल्लेखनीय कमी आई है।

जिलाधिकारी ने बताया कि वर्ष 2047, जो स्वतंत्रता की शताब्दी का वर्ष होगा, के लिए राज्य का विकास रोडमैप तैयार किया जा चुका है, जिसके सफल क्रियान्वयन हेतु शासन, प्रशासन और जनता — तीनों का सामूहिक सहयोग आवश्यक होगा।

कार्यक्रम के दौरान पाँच विद्यालयों की बैंड प्रतियोगिता आयोजित की गई। सूचना विभाग के सांस्कृतिक दलों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिनमें राज्य की लोकसंस्कृति की झलक देखने को मिली।

इस अवसर पर विभिन्न विभागों एवं महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा कुल 24 स्टॉल लगाए गए, जिनका निरीक्षण आयुक्त दीपक रावत व अन्य अतिथियों द्वारा किया गया।

कार्यक्रम में राज्य आंदोलनकारियों पूरन माहरा, मनोज जोशी, मनोज बिष्ट, गोपाल रावत आदि ने अपने संघर्षों और संस्मरणों को साझा किया। इससे पूर्व कुमाऊँ आयुक्त, नगर पालिका अध्यक्ष और जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों ने नैनीताल जू रोड स्थित शहीद स्मारक स्थल पर पहुँचकर राज्य आंदोलन के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

कार्यक्रम में वरिष्ठ रंगकर्मी एवं राज्य आन्दोलनकारी जहूर आलम, अपर जिलाधिकारी विवेक राय, शैलेंद्र सिंह नेगी, एपीडी चंदा फर्त्याल, उप जिलाधिकारी नवाजिश खलिक सहित अनेक गणमान्य नागरिक, अधिकारी-कर्मचारी, राज्य आंदोलनकारी एवं स्कूली बच्चे उपस्थित रहे।